एंटिआक्सिडेंट क्या है | Antioxidant kya hai

एंटिआक्सिडेंट क्या है, एंटिओक्सीडेंट्स की शरीर में भूमिका, एंटिओक्सीडेंट्स थेरेपी और एंटिओक्सीडेंट्स से भरपूर कुछ क्रूड ड्रग्स (Crude drugs), सब्जियाँ ,फल एवं हमारे शरीर में इनकी भूमिका-

एंटिआक्सिडेंट क्या है (What is antioxidant) –

यह एक ऐसे रासायनिक यौगिक हैं जो हमारे के शरीर में ऑक्सीकरण (Oxidation) को रोकते हैं। ऑक्सीकरण (Oxidation) एक ऐसी रासायनिक क्रिया हैं जो प्रायः मुक्त कणों (Free Radicals) और शृंखला प्रतिक्रियाओं (Chain Reactions) का उत्पादन करती है, और यह मुक्त कण और शृंखला प्रतिक्रियाएँ हमारी शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुँचा सकती है। एस्कोर्बिक एसिड (Ascorbic acid), बीटा-कैरोटीन (Beta- Carotene),फ्लेवोनोइड्स (Falvonoids),विटामिन सी, विटामिन E और ग्लूटाथायोन (Glutathione) जैसे एंटिओक्सीडेंट्स हमारी कोशिकाओं को इन मुक्त कणों और शृंखला प्रतिक्रियाओं से बचाने का कार्य करते हैं। एंटिओक्सीडेंट्स को हम फ्री रैडिकल स्केवेंजिंग एजेंट (Free radical scavenging agent) भी कहते हैं क्योंकि यह हमारे शरीर में मुक्त कणों (Free Radicals) की सफाई करती है, जो हमारे शरीर में केवल कचरे के रूप में मौजूद होते हैं और हमारे शरीर एवं कोशिकाओं दोनों को नुकसान पहुँचाते हैं।

एंटिओक्सीडेंट्स की शरीर में भूमिका (Role of antioxidants in the body) –

एंटिओक्सीडेंट्स हमारे शरीर में मुक्त कणों (Free Radicals) और शृंखला प्रतिक्रियाओं (Chain Reactions)से कोशिकाओं को पहुँचने वाली क्षति से बचाते हैं। यह हमारे शरीर को प्राकृतिक स्तोत्रों जैसे सब्जियों, फलों एवं क्रूड ड्रग्स से प्राप्त होते हैं। जब हम किसी बीमारी से पीड़ित होते हैं, तब भी हमारे शरीर में मुक्त कणों का निर्माण होता है, और यह हमारी कोशिकाओं को काफी नुकसान पहुँचा सकते और बीमारी को बढ़ा सकते हैं। एंटिओक्सीडेंट्स इन्हीं से हमारा बचाव करते हैं, साथ ही अन्य कई बीमारियों जैसे हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारियों से भी हमारी रक्षा करते हैं। एंटिओक्सीडेंट्स बीमारियों के साथ-साथ हमारी त्वचा के लिए भी काफी लाभदायक है यह हमारे बुढ़ापे (Aging)की दर को भी धीमा करता है और यू-वी किरणों और प्रदूषण से होने वाले नुकसान से रक्षा करता है। एंटिओक्सीडेंट्स खाने और सौंदर्य प्रसाधनों (Food and cosmetics) में संरक्षक (Preservative) के रूप में भी उपयोग में लाये जाते हैं, और इंडस्ट्री में सिंथेटिक रबर, प्लास्टिक के निर्माण में भी ऑक्सीकरण (Oxidation) की प्रक्रिया को रोकते हैं। यह हमारी प्रतिरक्षा- प्रणाली (Immune System) को भी मजबूत बनाए रखते हैं और हमे बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं।

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एंटिओक्सीडेंट्स थेरेपी (Antioxidant therapy) –

कई रोगों से लड़ने में हम एंटिओक्सीडेंट्स थेरेपी (Antioxidant therapy) भी उपयोग में लाते हैं, ताकि जिस भी बीमारी से हम ग्रसित हैं उससे जल्दी ठीक हो सकें। प्रायः यह थेरेपी हम मधुमेह, कैंसर , शरीर में कहीं सूजन में और न्यूरोडीजेनेरटीव डिसऑर्डर (Neurodegenerative disorder) जैसे अल्जाइमर, पार्किंसोन जैसी बीमारियों के उपचार में उपयोग में लाते हैं।

एंटिओक्सीडेंट्स से भरपूर कुछ क्रूड ड्रग्स क्रूड ड्रग्स (Crude drugs),सब्जियाँ ,फल एवं हमारे शरीर में इनकी भूमिका –

हमारे आसपास या यूँ कहें हमारी रसोई में भी ऐसे बहुत से क्रूड ड्रग्स, सब्जियाँ और फल मौजूद होते हैं जिनमे भरपूर मात्रा में एंटिओक्सीडेंट्स उपस्थित होते हैं।

1.दालचीनी –

इसमें पॉलीफिनोल्स (Polyphenols) नामक रासायनिक तत्व मौजूद होते हैं, जो एक की शक्तिशाली एंटिआक्सिडेंट है और यह शरीर में एंटि-इन्फ्लामेटरी (Anti-Inflammtory) एजेंट के रूप में सक्रिय रहता है।

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2.अदरक –

अदरक में 6-जिंजेरोल (6-Gingerol) नामक यौगिक पाया जाता है जो की एक एंटिआक्सिडेंट है। यह तनाव को रोकता है और हमारे डीएनए (DNA)को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है।

3.मुलेठी –

मुलेठी में फ्लेवोनोइड्स (Falvonoids) मौजूद होते हैं जो एंटिआक्सिडेंट का कार्य करते हैं। यह श्वशन तंत्र के संक्रमण से हमारा बचाव करते हैं, अल्सर के उपचार में उपयोगी है, और पाचन में भी सहायता करता है।

4.हल्दी-

हल्दी में क्यूरक्यूमिन (Curcumin) नामक पॉलीफिनोल (Polyphenol)पाया जाता है जो एंटिआक्सिडेंट की भूमिका निभाता है। यह मुक्त कणों (Free radical) की गतिविधियों को रोक देता है और अन्य एंटिओक्सीडेंट्स को सक्रिय होने के लिए प्रेरित करता है।

5.घृतकुमारी –

इसमें भी पॉलीफिनोल्स (Polyphenols) का एक बड़ा समूह मौजूद होता है जो की एक शक्तिशाली एंटिआक्सिडेंट हैं। यह हमारे शरीर में सूक्ष्मजीवों के विकास को रोक कर हमें कई बीमारियों से बचाता है जो हमें संक्रमित कर सकते हैं।

6.सीताफल –

इसमें भरपूर मात्रा में कैरोटिनोइड (Carotenoid) एंटिआक्सिडेंट उपस्थित होता है जो की मुक्त कणों (Free radical) से हमारा बचाव कर हमारी आँखों को स्वस्थ रखता है ।

7.अंगूर –

अंगूर में ल्यूटीन और जियाजैन्थिन (Leutein and Zeaxanthin) नामक एंटिओक्सीडेंट्स पाये जाते हैं, यह मुक्त कणों (Free radical) के उत्पादन को रोकता है साथ ही ऑक्सीडेटिव तनाव (Oxidative stress) को रोकता है, रेटिना को क्षति से बचाता है और मोतियाबिंद होने से भी बचाव करता है।

8.जामुन –

जामुन में प्रचुर मात्रा में एंथोसायानिन्स और इलेजिक एसिड (Anthocyanins and ellagic acid ) नामक एंटिओक्सीडेंट्स पाये जाते हैं, यह मधुमेह के रोग में बनने वाले मुक्त कणों (Free radical) के उत्पादन को रोकते है। कैंसर जैसे भयानक रोग से बचाने में सहायक है और अन्य अपक्षयी रोगों (Other degenerative diseases)जैसे अल्जाइमर, पार्किंसन से बचाता है।

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9.तुलसी-

तुलसी की पत्तियों में एंथोसायानिन्स (Anthocyanins) और बीटा- कैरोटीन (Beta- Carotene) नामक एंटिओक्सीडेंट्स पाये जाते हैं, यह त्वचा के लिए अच्छे होते हैं, एंटि इन्फ्लामेटरी (Anti-Inflammtory) एजेंट है, पाचन सही रखता है, तनाव से बचाता है, शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर करता है।

10.नींबू, संतरा, मौसम्बी-

यह सिट्रस फल (Citrus fruits) हैं, इनमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी, फ्लेवोनोइड्स (Falvonoids)और कैरोटिनोइड (Carotenoid) भी मौजूद होते हैं जो की एंटिओक्सीडेंट्स हैं। यह कई बीमारियों के खतरों (जैसे हृदय रोग, मधुमेह, मोटापा और कैंसर ) को कम करता है। शरीर की कोशिकाओं को मुक्त कणों (Free radical) से बचाता है। पाचन में सहायक है और त्वचा के लिए भी बहुत लाभदायक साथ ही उम्र को बढ़ने से रोकने में भी सहायक है।

11.स्ट्रॉबेरी –

इस फल में एंथोसायानिन्स (Anthocyanins), इलेजिक एसिड (Ellagic acid ), क्वेरसेटिन (Quercetin) और काईमफेरोल (Kaemferol) एंटिओक्सीडेंट्स पाया जाता है, यह मधुमेह, उच्च रक्तचाप, उच्च कॉलेस्ट्रोल और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी बीमारियों से बचाव करने में सहायक हैं।

12.लेमनग्रास –

लेमनग्रास में क्वेरसेटिन (Quercetin) नामक फ्लेवोनोइड (Flevonoid) पाया जाता है, जो की एक एंटिआक्सिडेंट है। यह सूजन कम करने, हृदय रोगों के खतरे को कम में सहायक है साथ ही कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकता है।

13.पत्तागोभी –

पत्तागोभी में ल्यूटीन Leutein), बीटा- कैरोटीन (Beta- Carotene), कोलिन (Choline), जियाजैन्थिन (Zeaxanthin), क्वेरसेटिन (Quercetin) और काईमफेरोल (Kaemferol) एंटिओक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, इसका रस अल्सर को ठीक करने में सहायक है और हमें हृदय रोगों, कैंसर, आँखों की बीमारी से बचाते हैं।

14.पालक

– पालक की भाजी में ल्यूटीन Leutein), बीटा- कैरोटीन (Beta- Carotene), विटामिन सी, ए (Vitamin C, A) और जियाजैन्थिन (Zeaxanthin)पाया जाता है, जो की एंटिओक्सीडेंट्स हैं। यह मुक्त कणों (Free radical) से हमारी कोशिकाओं को सुरक्षित रखते हैं।

15.रसभरी –

इस फल में ल्यूटीन Leutein),लाइकोपिन (Lycopene), बीटा- कैरोटीन (Beta- Carotene), विटामिन सी, ए (Vitamin C, A) और जियाजैन्थिन (Zeaxanthin) नामक एंटिओक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो की मुक्त कणों (Free radical) से लड़ते हैं और उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करने में प्रभावी रूप से सहायक होते हैं ।

16.बीट रूट्स –

बीट रूट में फेनोलिक्स (Phenolics) जैसे रूटीन (Rutin), इपीकैटेचीन (Epicatechin) और कैफिक एसिड (Caffieic acid)पाया जाता है जो की एंटिओक्सीडेंट्स हैं और इसमें बीटालैन्स (Betalains) नामक एंटिऑक्सीडेंट भी मौजूद होता है जिसकी वजह से बीट रूट का कलर रेडिश होता है। यह रक्त कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से रोकता है जिसकी वजह से हृदय रोग जैसे स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है।

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17.स्वीट पोटैटो –

इसे हम शकरकंद के नाम से भी जानते हैं । इसमें प्रचुर मात्रा में बीटा- कैरोटीन (Beta- Carotene) मौजूद होता है यह हमारी प्रतिरक्षा- प्रणाली को मजबूत बनाने के साथ-साथ कैंसर जैसे रोग से भी हमें बचाता है।

18.टमाटर –

टमाटर में ल्यूटीन Leutein),लाइकोपिन (Lycopene) और बीटा- कैरोटीन (Beta- Carotene)जैसे शक्तिशाली एंटिओक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, यह आँखों की रक्षा करता है किसी प्रकार की क्षति से बचाता है और मोतियाबिंद से भी बचाने में सहायक है।

19.हरी मिर्च –

हरी मिर्च में फ्लेवोनोइड्स (Falvonoids), कैरोटिनोइड (Carotenoid)विटामिन सी और ई प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है, यह शरीर में सूजन कम करने और कैंसर से लड़ने में सहायक है। साथ ही यह कई बीमारियों जैसे ऑस्टियोआर्थराइटिस, रूमेटाइड अर्थराइटिस, मधुमेह, पीठ दर्द, माँसपेशियों में ऐंठन जैसे अन्य कई बीमारियों के उपचार में भी सहायक है।

20.जीरा –

जीरा हमारे घर की रसोई में हर रोज उपयोग में आने वाला मसाला है, जिसमें थायमोक़्विनोन (Thymoquinone) नामक एंटिआक्सिडेंट मौजूद होता है जो की हमारे शरीर में मुक्त कणों (Free radical)को उदासीन कर उनके द्वारा कोशिकाओं को होने वाली क्षति से बचाता है। यह एंटिओक्सीडेंट कैंसर, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों से बचाता है।

21.पाईनेप्पल –

इस फल में फ्लेवोनोइड्स (Falvonoids), विटामिन सी और फिनोलिक एसिड (Phenolic acid) जैसे एंटिओक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, और यह हमारे शरीर में मुक्त कणों (Free radical) से लड़ने की क्षमता रखते हैं और शरीर में सूजन को कम करने का कार्य भी करते हैं। इसके अलावा इसमे विटामिन ए, बी 6 और विटामिन के भी मौजूद होत है जो हमारे शरीर के आवश्यक पोषक तत्वों की श्रेणी में आते हैं।

22.पुदीना –

पुदीने की पत्तियों में रोजमैरीनिक (Rosmarinic acid) नामक एंटिआक्सिडेंट पाया जाता है, यह एंटि-इन्फ्लामेटरी (Anti-Inflammtory) एजेंट भी है। यह अस्थमा के लक्षणों को कम करने में काफी प्रभावी है और कई विटामिन्स का भी अच्छा स्तोत्र है जो हमारी आँखों और दृष्टि दोनों के लिए अच्छा होता है।

23.बीन्स –

बीन्स में काईमफेरोल (Kaemferol), फ्लेवोनोइड (Flevonoid) और एंथोसायानिन्स (Anthocyanins) नामक एंटिओक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, यह मुक्त कणों (Free radical) से हमें बचाता है, कैंसर जैसे रोगों से लड़ने की क्षमता रखता है और साथ ही त्वचा के लिए काफी लाभदायक भी है।

24.गाजर-

गाजर में कैरोटिनोइड (Carotenoid) एंथोसायानिन्स (Anthocyanins),और ल्यूटीन (Leutein) नामक एंटिओक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो की हमारी आँखों की और दिल की सेहत के लिए काफी लाभदायक होते हैं।

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