मास्क पहन कर कूल कैसे रहें और क्यों है जरूरी | Mask pahen kar cool kaise rahe kyon hai zaroori

दोस्तों कोरोना से तो अब हमारे देश का हर एक व्यक्ति भली-भाँति परिचित है, ना जाने कितने लोगों के घर बिखर गए, ना जाने कितने लोगों ने अपनों को खो दिया। एक वाइरस ने दुनिया के कई हिस्सों इतनी तबाही मचाई जिसकी क्षतिपूर्ति करना भी संभव नहीं है। सरकार की ओर से कई गाइडलाइन और प्रोटोकाल भी जारी किए थे जिसका काफी हद तक बहुत लोगों ने पालन किया पर वही कुछ ऐसे भी लोग थे , जो ना ही किसी गाइडलाइन का पालन कर रहे थे, ना ही किसी प्रोटोकाल का जिसका खामियाजा उन्होंने खुद तो भुगता ही है, पर उसके साथ-साथ और भी लोग इस वाइरस की चपेट में आ गए। इसलिए आज हम बात करेंगे की मास्क कैसे और क्यों पहने।

मास्क का उपयोग सामान्यतः मेडिकल फील्ड वाले ही करते थे, इसलिए यह आम लोगों में इतना प्रचलित नहीं था, लेकिन कोरोना वाइरस के बाद इसकी डिमांड बढ़ गयी। लेकिन क्या कोरोना से बचने के लिए ही हमें इसका उपयोग करना चाहिए या फिर अन्य कारणों से हम इसे उपयोग में ल सकते हैं। चलिये देखते हैं मास्क पहनना कब और क्यों जरूरी है –

1. एलर्जि –

अगर आप किसी भी प्रकार के पोलेन ग्रेन (Pollen grain) या धूल के कण या फिर मसालों की खुशबू से भी छिकने लगते हैं, तो आपको बाहर जाते समय या मसालों के संपर्क में आते समय मास्क का उपयोग अवश्य करना चाहिए। ताकि आप किसी भी प्रकार की एलर्जि या छींक से बच सकें। यह सभी एलर्जि पैदा करके सर्दी, नाक बंद, साइनस का दबाव, गले में खराश, दर्द जैसी समस्याएँ पैदा कर सकते हैं, तो इससे बचने के लिए आप मास्क उपयोग में ला सकते हैं। अब बात यह है की हम किस प्रकार का मास्क इसके लिए उपयोग में ला सकते हैं। हम सिम्पल सा सूती कपड़े का मास्क उपयोग में ला सकते हैं यह आपको इन सब चीजों से बचाएगा। आप चाहें तो मास्क की जगह एक सूती रुमाल भी उपयोग में ला सकते हैं। आपको हमेशा मास्क लगा के रखने की जरूरत नहीं बस तब लगाइए, जब आप ऐसी चीजों के संपर्क में आते हैं।

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2.कोरोना –

कोरोना वाइरस से बचने के लिए शोधों के अनुसार N 95 मास्क का उपयोग ज्यादा असरदार है। पर अगर हम एक कॉटन कपड़े के मास्क के ऊपर एक सर्जिकल मास्क लगा लें तो यह भी कोरोना वाइरस से हमारा बचाव करेगा। किसी भी वाइरस या बैक्टीरिया का हमारे शरीर के अंदर पहुँचना ड्रॉपलेट्स से ही संभव होता है। अगर कोई संक्रमित व्यक्ति जो किसी संक्रामक बीमारी से पीड़ित है, और हम उसके संपर्क में आते हैं, तो हम उसके मुंह से निकलने वाले ड्रॉपलेट्स के भी संपर्क में आएंगे और हो सकता है की हम  भी उस बीमारी की चपेट में आ जाएँ अगर वह रोग संक्रामक है तो।

3.साफ- सफाई –

सामान्यतः बहुत से लोगों को देखा गया है की घर की साफ- सफाई शुरू करते ही कुछ लोगों को छींक आना शुरू हो जाती है, और यह सिलसिला फिर लगातार चलता है और कई बार यह नाक बंद, गले में खराश जैसे समस्या को उत्पन्न कर देता है। इसलिए जब कभी आप घर की सफाई करें तो सर्जिकल मास्क, सूती की रुमाल यह अगर आप चाहें तो अपना फेस भी कवर करके एक सूती कपड़े के स्कार्फ का प्रयोग कर सकते हैं, यह उन लोगों को भी बचाएगा जिनकी त्वचा काफी सेंसिटिव होती है और धूल के कण त्वचा पर लाल दाने पैदा कर सकते हैं।

4.किसी संक्रमित व्यक्ति से मिलने के दौरान –

हम जानते हैं की टीबी एक ऐसी बीमारी है, जो संक्रमित व्यक्ति के खाँसने, छींकने या छुने से सामने वाले को भी अपने चपेट में ले लेती है। इसलिए यह हमेशा ध्यान रखें की जब भी आप किसी ऐसे व्यक्ति से मिलने जा रहे, या फिर आप खुद के लिए भी हॉस्पिटल जा रहे तो सावधानी के साथ मास्क लगा कर ही जाएँ, ताकि आप किसी भी प्रकार की बीमारियों से बचे रहें।

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5.प्रदूषण और धूल से बचाव –

वैसे तो हम प्रायः धूल के कणों से बचने के लिए स्कार्फ का सहारा लेते ही हैं, और यह अच्छा भी है। और हो सके तो सूती कपड़े का ही स्कार्फ उपयोग में लाएँ। पर कई लोगों को स्कार्फ लगाना पसंद नहीं है, तो वह प्रदूषण से बचने के लिए भी मास्क का उपयोग कर सकते हैं।

मास्क पहन कर कूल कैसे रहें-

मास्क लगाते समय अस्थमा और पिंपल से ग्रसित व्यक्तियों को काफी सावधानी बरतनी पड़ती है। क्योंकि अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को सांस की समस्या पहले से ही होती है। और पिंपल से ग्रसित व्यक्तियों को मास्क लगाने से गर्मी की वजह से और ज्यादा पिंपल निकलते हैं और रेडनेस भी बढ़ती है। इसलिए मास्क लगाते समय सावधानी बरतनी चाहिए ।

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1.मास्क कब लगाएँ –

लगातार मास्क लगाए रहने से भी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं, क्योंकि यह गर्मी पैदा करता है और जब हम सांस लेते और छोड़ते हैं तो गरम हवा ही उत्पन्न होती है जो की मास्क में नमी पैदा कर देती ही और गर्मी की वजह से पिंपल को भी बढ़ावा देती है साथ ही यह फंगस भी पैदा कर सकती है, इसलिए सबसे पहले तो कोशिश यह करें की भीड़-भाड़ वाली जगह से बचें, हॉस्पिटल जाएँ या कहीं धूल वाली जगह पर जाएँ तब मास्क का प्रयोग अवश्य करें। लेकिन कोशिश करें के घर के बाहर कम ही जाना पड़े और अगर जाना जरूरी है तो मास्क लगा कर रखें। क्योंकि हम काम पर भी जाते है, और लोग वहाँ भी मिलते-जुलते हैं तब भी हमें मास्क लगाना है, लेकिन हम ज्यादा देर तक मास्क लगा के भी नहीं रह सकते इसलिए थोड़ा सा ब्रेक लेकर बाहर जाकर मास्क उतार सकते हैं या फिर किसी ऐसी जगह पर भी थोड़ी देर के लिए मास्क उतार सकते हैं जहां कोई और मौजूद ना हो या आपसे दूरी पर हो। ऐसे में आपको घुटन भी महसूस नहीं होगी और आप बीमारियों से भी बचेंगे।

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2.मास्क कैसा हो –

कोरोना से बचाव के लिए N 95 का उपयोग करें, और अगर आप कॉटन का मास्क और उसके साथ सर्जिकल मास्क उपयोग में लाते हैं तब भी ठीक है। सर्जिकल मास्क भी ट्रिपल लेयर आते हैं इनका भी उपयोग कर सकते हैं और यहअच्छे भी होते हैं सुरक्षा के हिसाब से। आप जिस भी मास्क का उपयोग करें वह भीड़, बीमारी, प्रदूषण, पिंपल से बचाव के हिसाब से करें।

3.गर्मी के दिन में मास्क का उपयोग-

क्योंकि गर्मी के दिनों में पसीना ज्यादा आता है और मास्क लगाने से और भी ज्यादा पसीना आता है जिससे मास्क भी गीला हो जाता है तो ऐसी स्थिति में मास्क को बदलते रहना चाहिए और धूप में सुखना चाहिए। ज्यादा गर्मी लगने पर थोड़ा से चेहरे पर आइस लगा के थोड़ा टैलकम लगा के फिर मास्क लगाएँ इससे थोड़ी राहत मिलेगी। गर्मी के दिनों में मास्क पहन के कुल रहना काफी मुश्किल है लेकिन हम कोशिश कर सकते हैं, बस थोड़ी भीड़ से बचकर और सोशल डिस्टेन्स का पालन करके। पैदल चलते वक्त मास्क लगा के ना चलें।

मास्क अब हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा है इसलिए आवश्यकता पर इसका उपयोग अवश्य करें।

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