रूसी या डैंड्रफ को ठीक करने में प्रभावी कुछ प्राकृतिक भोजन एवं कुछ औषधीय पौधे|Rusi ya dandruff ko thik karne me prabhavi kuch prakritik bhojan evam kuch aushadhiya poudhe

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रूसी या डैंड्रफ को ठीक करने में प्रभावी कुछ प्राकृतिक भोजन एवं कुछ औषधीय पौधे (Some natural food and some medicinal plants are effective in curing dandruff )

डैंड्रफ या रूसी लगभग सभी को कभी ना कभी होने होने वाली एक आम समस्या है जिसमें हमारी सिर की त्वचा में सफेद पपड़ी जमने लगती है और इसकी वजह से हमारे बाल गिरने और टूटने लगते हैं, साथ सिर में खुजली भी होने लगती है। वैसे तो यह समस्या कोई गंभीर या संक्रामक रोग नहीं है, लेकिन जब यह गंभीर रूप ले लेता है तो यह हम अन्य परेशानियों से प्रभावित कर सकता है। कई बार यह सफेद पपड़ियाँ हमारे बालों से झड़ने लगती हैं जिसकी वजह से कई बार हमें दूसरों के सामने शर्मिंदा होना पड़ता है। रूसी के कई कारण हो सकते हैं जैसे तैलीय त्वचा, प्रदूषण, धूल, गीले बालों को बांध लेना या गीले बालों में तेल लगा लेना इसके अलावा कई बार हमारा खानपान भी सही नहीं होता जिसकी वजह से हमारे सिर की त्वचा और बालों को सही पोषण नहीं मिल पाता और हमें डैंड्रफ की समस्या का सामना करना पड़ता है।

हमारे आसपास कुछ ऐसे भोजन एवं पौधे मौजूद हैं जो हमें डैंड्रफ से आराम भी दिलाते हैं और इसे खत्म करने में हमारी सहायता भी करते हैं।

1.गाजर –

हम इसे सलाद के रूप में या इसके जूस को उपयोग में ला सकते हैं। गाजर में बीटा-कैरोटीन , विटामिन सी मौजूद होते हैं जो की एंटिऔक्सिडेंट्स हैं और इसके अलावा इसमें विटामिन के, वितमाइन बी और फाइबर भी मौजूद होते हैं। फोस्फोरस और मैग्निसियम जैसे मिनेरल्स भी पाये जाते हैं। गाजर हमारे लिए काफी लाभदायक है, इसका तेल सिर की त्वचा को रूखी होने से बचाता है, तैलिय ग्रंथियों से निकलने वाले तेल को संतुलित करता है। यह बैक्टीरिया और फंगी(Fungi) से त्वचा को बचाता है, बालों को बढ़ाने में सहायता करता है, बालों को जड़ने से रोकता है और साथ ही बालों को दोमुंहा होने से बचाता है। इसलिए गाजर का सेवन अवश्य करना चाहिए।

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2. अंडे –

अंडा प्रोटीन का एक बहुत ही अच्छा स्तोत्र है, यह हमारी सेहत के लिए तो अच्छा होता ही है साथ ही हमारे बालों के लिए भी बहुत अच्छा होता है। यह बालों की वृद्धि में सहायक है, बालों को मजबूती प्रदान करता है। बालों में तेल के अत्यधिक स्त्राव को संतुलित करता है। अंडे के सफेद भाग को हम जैतून के तेल में मिलाकर अगर इसे सिर की त्वचा एवं बालों में लगाए तो यह बहुत ही फायदेमंद होता है। जैतून के तेल में एंटिऔक्सीडेंट्स और मिनेरल्स मौजूद होते हैं और इसका अंडे के सफेद भाग के साथ मिश्रण सिर में खुजली से, रूसी से राहत देता है, साथ ही बालों को बढ़ने और सिर की त्वचा को रूखी होने से बचाता है। जैतून की तेल की जगह हम नारियल का तेल भी उपयोग में ला सकते हैं। इसके अलावा अंडे के पीले भाग को नींबू के रस के साथ मिलकर लगाने से भी रूसी की समस्या खत्म होती है।

3.अलसी –

अलसी जितना हमारे सहरीर के लिए फायदेमंद होता है, उतना ही हमारे बालों के लिए भी होता है। अलसी में भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटिऔक्सिडेंट्स मौजूद होतते हैं। अलसी के पाउडर का मास्क या इसका तेल दोनों ही हम अपने बालों और सिर की त्वचा में लगा सकते हैं। यह सिर की त्वचा में रूसी होने से रोकता है और खुजली से निजात दिलाता है। साथ ही पोषक तत्वों के मौजूद होने की वजह से यह बालों को पोषण प्रदान करता है और उनकी वृद्धि में सहायता करता है। अलसी का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है।

4.ब्लूबेरिस –

ब्लूबेरिस विटामिन सी, विटामिन ई और विटामिन ए से भरपूर होता है और यह एंटिऔक्सिडेंट्स भी हैं। इसके बीजों से निकला तेल हमारे बालों की वृद्धि में सहायक है, यह बालों को टूटने से बचाता है, उनकी मरम्मत करता है। यह भी ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक अच्छा स्तोत्र है। इसमें भरपूर मात्रा में मौजूद पोषक तत्व हमारे बालों और सिर की त्वचा के लिए काफी फायदेमंद है और रूसी से भी निजात दिलाने में सहायक है। हम इसके रस को भी उपयोग में ला सकते हैं।

5.केला –

केला पोटेशियम (Potassium),सिलिका, विटामिन बी 6, मैग्निसियम और विटामिन सी का एक अच्छा स्तोत्र है, यह हमारे यह हमारे सिर की त्वचा को रूसी से बचाता है, बालों को नरम और घना भी बनाता है। यह बालों को मजबूती प्रदान करता है , वृद्धि में सहायक होता है और बालों को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है। हम केले को एलोवैरा जैल के साथ या पपीते या शहद के साथ मिक्स करके बालों में लगा सकते हैं। यह हमारे बालों को और सिर की त्वचा को नमी प्रदान करता है।

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6.दही –

दही जीता हमारी सेहत के लिए अच्छा होता है उतना ही हमारे बालों के लिए भी फायदेमंद है। दही में एंटिबैक्टीरियल और एंटिइन्फ़्लामेटरी गुण मौजूद होते हैं यह सिर में रूसी और खुजली से हमें बचाता है। दही का मास्क हमारे बालों और त्वचा को रूखी होने से बचाता है। इसमें कुछ मात्रा में नीबू का रस मिला कर लगाने से यह रूसी में बहुत ही ज्यादा प्रभावी तरीके से काम करता है।

7.संतरा –

संतरा विटामिन सी से भरपूर होता है, जो की एक बहुत ही अच्छा एंटिऔक्सीडेंट है। इसका रस या छिलके का पाउडर दोनों ही हमें रूसी से बचाता है। यह बालों में तेल की मात्रा को संतुलित रखता है, बालों को चमकदार बनाता है और मृत त्वचा को को हटाता है। संतरे के छिलके के पाउडर का पैक भी हम अपने हिसाब से इस्तेमाल में ला सकते हैं, यह बालों में बहुतअच्छी खुशबू देता है और सिर की त्वचा का पीएच की मात्रा को संतुलन में रखता है। बालों से गंदगी को निकालता है और मजबूती
प्रदान करता है।

8.नींबू –

संतरे की तरह नींबू भी बालों के लिए बहुत ही अच्छा है। यह भी पीएच की मात्रा को संतुलित बनाए रखता है। यह भी विटामिन सी का एक बहुत ही अच्छा स्तोत्र है। नींबू का रस बालों को चमकदार बनाता है, रूसी से निजात दिलाता है और इसकी वजह से होने वाली खुजली से भी रहता प्रदान करता है। बालों में तेल के स्त्राव को भी संतुलित रखता है।

 

यह सभी कुछ ऐसे प्राकृतिक भोजन हैं या फिर यूँ कहें की कुछ ऐसे घरेलू उपचार हैं जो हमें डैंड्रफ से मुक्ति दिलाने में सहायक है।हम इन्हें बालों में तो लगा ही सकते हैं साथ ही इनका सेवन भी करना चाहिए ताकि हम बालों की समस्या से बचें। इसके अलावा कुछ ऐसे पौधे हैं जो हमें डैंड्रफ से आराम दिलाते हैं और उन्हें खत्म करने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

1. अदरक –

अदरक के रस में एंटिबैक्टीरियल और एंटिसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं, जिसकी वजह से यह हमें रूसी से बचाता है। यह सिर की त्वचा को साफ रखता है, जिससे हम रूसी से बचते हैं। इसमें फैटी एसिड मौजूद हैं जो बालों को झड़ने और पतला होने से रोकते हैं। हम अदरक का रस या इसे शैम्पू के रूप में उपयोग में ला सकते हैं।

2.आँवला –

आँवला में विटामिन सी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। एंटिबैक्टीरियल और एंटिसेप्टिक गुणों से भरपूर होने की वजह से यह बालों के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह रूसी को होने से रोकता है, बालों को मजबूती प्रदान करता है, काला, घना और लंबा बनाता है। सिर की त्वचा को रूखी होने से बचाता है, बालों को झड़ने से रोकता है, और टूटने से बचाता है।

3.नीम –

नीम की पत्तियाँ बालों के साथ-साथ त्वचा के लिए भी काफी अच्छे होते हैं। नीम के रस में एंटिफंगल और एंटिवायरल गुण मौजूद होते हैं। नीम का रस सिर की त्वचा में मालिश करने और बालों में लगाने से रूसी खत्म होती है और बाल दोमुंहे होने से भी बचाता है। इसका एंटिइन्फ़्लामेटरी गुण हमें खुजली से भी से भी निजात दिलाता है। नीम की पत्तियों को हम सीधे या उससे बने हर्बल शैम्पू के रूप में भी उपयोग में ला सकते हैं।

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4. गुड़हल –

गुड़हल का फूल बालों के लिए बहुत ही लाभकारी है। इसके फूल के अर्क को हम नारियल के तेल के साथ उपयोग में ला सकते हैं या फिर इसके फूल के पाउडर का हैयर पैक बालों में लगा सकते हैं। यह बालों को घना, मजबूत और काला बनाता है। यह बालों में के स्त्राव को संतुलित रखता है, जिससे रूसी होने की संभावना कम हो जाती है। यह सिर की त्वचा का पीएच बी संतुलित बनाए रखता है। इसे भी हर्बल शैम्पू के रूप में उपयोग में ला सकते हैं।

5.तुलसी –

तुलसी की पत्तियों में भी भरपूर मात्रा में एंटीऔक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं। इसकी पत्तियों का रस सीधे या फिर पाउडर का हैयर पैक हम बालों में लगा सकते हैं। इसमें भी एंटिफंगल, एंटिबैक्टीरियल और एंटिसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं जो हमारे बालों में रूसी होने से बचते हैं। इसका भी उपयोग हम हर्बल शैम्पू में कर सकते हैं।

6. ग्रीन टी –

ग्रीन टी हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली के साथ-साथ बालों के लिए भी बहुत अच्छा होता है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऔक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर में हानिकारक फ्री रैडिकल्स से बचाते हैं। यह बालों को सफेद होने से बचाता है। यह बालों में खुजली और रूसी से बचाता है। बालों को मजबूती प्रदान करता है। इसका अर्क बालों में तेल के अत्यधिक स्त्राव को संतुलित करता है। यह बालों के लिए कंडीशनर का भी काम करता है।

7.भृंगराज –

भृंगराज बालों के लिए एक बहुत ही अच्छी औषधि है । इसमें भी एंटिफंगल, एंटिबैक्टीरियल और एंटिमाइक्रोबियल गुण मौजूद होते हैं। यह बालों को काला रखने, घना बनाने और रूसी और जलन को कम करने में बहुत ही ज्यादा प्रभावी है। यह सिर की त्वचा के रोगों जैसे सोरयासिस और एक्जिमा में भी बहुत ही प्रभावी तरीके से कम करता है। हम इसे तेल या शैम्पू के रूप में भी उपयोग में ला सकते हैं। यह बालों को झड़ने से रोकता है, बालों को नरम बनाता है । इसे हम आँवला के साथ मिलाकर बालों में इसका हैयर पैक लगा सकते हैं।

8.प्याज –

प्याज का रस भी रूसी में काफी प्रभावी होता है क्योंकि इसमें भी एंटिफंगल, एंटिबैक्टीरियल और एंटिमाइक्रोबियल गुण मौजूद होते हैं। यह बालों को झड़ने और पतला होने से बचाता है। इसमें भी एंटिऔक्सिडेंट्स मौजूद होते हैं और यह सिर के कई त्वचा के रोगों से बचाता है। यह बालों को सफेद होने से बचाता है और खुजली से राहत दिलाता है। इसका उपयोग हम तेल के रूप में या इसके रस का उपयोग सीधे ही बालों में कर सकते हैं। साथ ही इसके रस को हम शैम्पू के रूप में भी उपयोग में ला सकते हैं।

अगर हम रूसी की समस्या से ग्रसित हैं तो हमें अपने खान-पान में भी बदलवा करने पड़ते हैं साथ ही अगर रूसी की समस्या कम है तो हम इसे हैयर पैक या हर्बल शैंपू से दूर कर सकते हैं।

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